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रचना के आधार पर वाक्य भेद - कक्षा 10 CBSE बोर्ड

वाक्य भेद: परिभाषा, प्रकार और परिवर्तन

रचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद होते हैं। वाक्य वह सार्थक शब्द समूह है जिससे किसी भाव या विचार की पूर्ण अभिव्यक्ति होती है। रचना के आधार पर वाक्य के भेद इस प्रकार हैं:

वाक्य के भेद (रचना के आधार पर):

1. सरल वाक्य (Simple Sentence)

  • परिभाषा: जिस वाक्य में एक ही मुख्य क्रिया (समापिका क्रिया) होती है, उसे सरल वाक्य कहते हैं। इसमें एक उद्देश्य और एक विधेय होता है।
  • पहचान:
    • एक ही कर्ता और एक ही क्रिया।
    • कोई उपवाक्य नहीं होता।
    • एक ही मुख्य विचार।
  • उदाहरण:
    • राम पुस्तक पढ़ता है
    • बच्चे मैदान में खेल रहे हैं
    • सूर्य उगता है

2. संयुक्त वाक्य (Compound Sentence)

  • परिभाषा: जहाँ दो या दो से अधिक स्वतंत्र (प्रधान) उपवाक्य किसी समुच्चयबोधक अव्यय (जैसे - और, तथा, एवं, या, अथवा, किंतु, परंतु, लेकिन, बल्कि, इसलिए, अत:, तो, आदि) से जुड़े होते हैं, वहाँ संयुक्त वाक्य होता है। प्रत्येक उपवाक्य अपना पूर्ण अर्थ व्यक्त कर सकता है।
  • पहचान:
    • दो या अधिक प्रधान उपवाक्य।
    • उपवाक्य समानाधिकरण समुच्चयबोधकों से जुड़े होते हैं।
    • प्रत्येक उपवाक्य स्वतंत्र रूप से अर्थपूर्ण होता है।
  • उदाहरण:
    • सुबह हुई और पक्षी चहचहाने लगे।
    • वह आया किंतु चला गया।
    • तुम पढ़ो या खेलने जाओ।

3. मिश्र वाक्य (Complex Sentence)

  • परिभाषा: जिस वाक्य में एक प्रधान उपवाक्य और एक या एक से अधिक आश्रित उपवाक्य होते हैं, उसे मिश्र वाक्य कहते हैं। आश्रित उपवाक्य प्रधान उपवाक्य के बिना अपना पूर्ण अर्थ नहीं देते। ये उपवाक्य व्यधिकरण समुच्चयबोधकों (जैसे - कि, यदि...तो, जब...तब, जहाँ...वहाँ, जैसा...वैसा, क्योंकि, ताकि, यद्यपि...तथापि, जिसे, जिस ने, जो, जितना, आदि) से जुड़े होते हैं।
  • पहचान:
    • एक प्रधान उपवाक्य और एक या अधिक आश्रित उपवाक्य।
    • आश्रित उपवाक्य प्रधान उपवाक्य पर निर्भर होता है।
    • व्यधिकरण समुच्चयबोधकों का प्रयोग।
  • उदाहरण:
    • जब वर्षा होती है, तब मोर नाचते हैं।
    • मोहन ने कहा कि वह कल दिल्ली जाएगा।
    • जो मेहनत करता है, वह सफल होता है।

वाक्य परिवर्तन के नियम:

सरल वाक्य से संयुक्त वाक्य में परिवर्तन:

  • सरल वाक्य की एक क्रिया को पूर्णकालिक बनाकर दूसरे को स्वतंत्र उपवाक्य में बदलें और उन्हें समुच्चयबोधक (और, या, आदि) से जोड़ें।
  • उदाहरण:
    • सरल: राम ने आकर खाना खाया।
    • संयुक्त: राम आया और उसने खाना खाया।

सरल वाक्य से मिश्र वाक्य में परिवर्तन:

  • सरल वाक्य में किसी शब्द या पदबंध को आश्रित उपवाक्य में बदलें और उसे व्यधिकरण समुच्चयबोधक (जब, क्योंकि, जो, आदि) से जोड़ें।
  • उदाहरण:
    • सरल: मेहनती छात्र सफल होते हैं।
    • मिश्र: जो छात्र मेहनती होते हैं, वे सफल होते हैं।

संयुक्त वाक्य से सरल वाक्य में परिवर्तन:

  • समुच्चयबोधक हटाकर उपवाक्यों को एक मुख्य क्रिया वाले सरल वाक्य में बदलें।
  • उदाहरण:
    • संयुक्त: वह आया और उसने मुझे बुलाया।
    • सरल: उसने आकर मुझे बुलाया।

संयुक्त वाक्य से मिश्र वाक्य में परिवर्तन:

  • एक प्रधान उपवाक्य को आश्रित उपवाक्य में बदलें और उन्हें व्यधिकरण समुच्चयबोधक से जोड़ें।
  • उदाहरण:
    • संयुक्त: मैं बीमार था, इसलिए स्कूल नहीं गया।
    • मिश्र: क्योंकि मैं बीमार था, इसलिए स्कूल नहीं गया।

मिश्र वाक्य से सरल वाक्य में परिवर्तन:

  • आश्रित उपवाक्य को शब्द या पदबंध में बदलकर एक मुख्य क्रिया वाला सरल वाक्य बनाएँ।
  • उदाहरण:
    • मिश्र: मोहन ने कहा कि वह कल दिल्ली जाएगा।
    • सरल: मोहन ने कल दिल्ली जाने को कहा।

मिश्र वाक्य से संयुक्त वाक्य में परिवर्तन:

  • आश्रित उपवाक्य को स्वतंत्र प्रधान उपवाक्य में बदलें और उन्हें समानाधिकरण समुच्चयबोधक से जोड़ें।
  • उदाहरण:
    • मिश्र: जब वर्षा हुई, तब मोर नाचने लगे।
    • संयुक्त: वर्षा हुई और मोर नाचने लगे।